Blog Ko Rank Kaise Kare - ब्लॉग को गूगल के #1 पेज में रैंक कैसे करें
आज के इस लेख में हम जानने वाले हैं कि Blog को रैंक कैसे करें। अगर आप अपने ब्लॉग को गीजर के पहले पेज में रैंक नहीं करते हैं तो आपके ब्लॉग पर न तो ट्रैफिक होता है और न ही आप ब्लॉगिंग से पैसे कमाने की गड़बड़ी करते हैं।
जब भी एक नया ब्लॉगर अपना ब्लॉग बनाता है तो उसका मुख्य मकसद होता है कि ब्लॉग को Google के पहले पेज पर रैंक करवाना। एक अनुभवी ब्लॉगर जो ब्लॉगिंग के क्षेत्र में काफी समय से है, तो थोड़ा – बहुत प्रयास से अपने ब्लॉग को रैंक करवा देता है लेकिन एक नया ब्लॉगर जिसे ब्लॉगिंग की अधिक जानकारी नहीं होती है, उसे ब्लॉग रैंक में रैंक में बहुत मुश्किलें आती हैं।
वैसे ब्लॉग पर आप कई तरह के ट्रैफिक ला सकते हैं, लेकिन जो सबसे अच्छा ट्रैफिक होता है वह ऑर्गेनिक ट्रैफिक है। ब्लॉग पर संगठन ट्रैफ़िक कैसे लायें के विषय में मैंने आपको अपने पिछले लेख में बताया है।
यदि आप भी एक नए ब्लॉगर बताते हैं और आपका ब्लॉग Google में रैंक नहीं कर रहा है तो इस लेख के माध्यम से मैं आपको 15 से भी अधिक तरीकों के बारे में बता रहा हूँ जिनके द्वारा स्वयं मैं अपने ब्लॉग को रैंक करवाता हूँ। और मैंने कुछ महीने पहले ही इस ब्लॉग पर काम करना शुरू किया और आज मेरे सारे ईमेल Google के पहले पेज में #1 पोजीशन में रैंक कर रहे हैं।
तो आप अधिक समय न लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं ब्लॉग को Google में पहले नंबर पर रैंक कैसे करें।
विषयसूची
ब्लॉग को Google के #1 पेज में रैंक कैसे करें
मैंने अपने अनुमान और अनुमान के पर आपको ब्लॉग को रैंक करने के लिए 17 सबसे अच्छे तरीके बताए हैं, मुझे पूरी उम्मीद है कि इस लेख में बताए गए तरीकों को अगर आप अपने ब्लॉग में लागू करते हैं तो निश्चित रूप से आपका ब्लॉग आधार भी रैंक करेगा।
1 – शीर्ष स्तर का डोमेन
आज ब्लॉगिंग में इतना कम्प्यूटेशन हो गया है कि आप अपने ब्लॉग को रैंक के लिए टॉप लेवल डोमेन की ट्रेन यात्री हैं। कई सारे नए ब्लॉगर सालों तक Subdomain पर ही अपना ब्लॉग देते हैं और कड़ी मेहनत के बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिलती है।
आपने खुद ही नोटिस किया होगा कि जो वेबसाइट गीजर में रैंक करती हैं उनके डोमेन टॉप लेवल होते हैं, जैसे .com, .net, .org, .in आदि। इसलिए स्मगलर में रैंक करने का पहला नियम है कि टॉप लेवल डोमेन रिहर्सल।
साथ ही आप ध्यान दें कि डोमेन नाम में अपने आला से संबंधित को अवश्य शामिल करें, जिससे आपका ब्लॉग उस पर भी Google में दिखाई देता है। जैसे मेरे इस डोमेन में हिंदी टेक शब्द है जो कि हिंदी भाषा के साथ तकनीक को प्राथमिकता देता है।
2 – ब्लॉग को Google संकेत में प्रारंभ करें
जब आप अपना नया-नया ब्लॉग बनाते हैं तो आपके ब्लॉग के बारे में Google को भी पता चलता है, जिसके लिए Google Search Console (GSC) नाम का टूल बनाया गया है। जब आप अपने ब्लॉग को गूगल सर्च में फैलाते हैं तो Google के क्रॉलर आपकी वेबसाइट को क्रॉल करते हैं और यदि आपके वेबपेज इंडेक्सेबल होते हैं तो उन्हें भी चमकाते हैं।
जब आपका वेबपेज यानी ब्लॉग Google में ब्लॉग पोस्ट करते हैं तो Google उन्हें पेज पर रैंकिंग देता है। इसलिए अपने ब्लॉग को स्काइग्रस समस्या में पूछना आवश्यक है। एक नई वेबसाइट को Google में जुड़ने के लिए लगभग 1 महीने का समय लग जाता है।🤩🤩☺️✍️✍️✍️recommended करता है। इसलिए आप ब्लूहोस्ट से होस्टिंग संबंधी अपनी वेबसाइट की स्पीड बढ़ा सकते हैं।
**महत्वपूर्ण टिप्स और **
Tirikयह भी पढ़ें – वेबसाइट की स्पीड कैसे बढ़ाएं
11 – ब्लॉग का उपयोग सिंपल प्राप्त करें
कई सारे ब्लॉग ब्लॉग को खींचने के चक्कर में अनुपयोगी CSS, JavaScript का उपयोग करते हैं जो ब्लॉग को एक अच्छा लुक देने के बजाय बहुत भारी बना देते हैं। जिससे न तो किसी व्यक्ति के लिए उपयुक्त ब्लॉग को पढ़ा जा सकता है और ना ही वेबसाइट समय पर लोड होता है।
लेकिन अगर आप ब्लॉग को सरल रखते हैं तो उपयोगकर्ता आसानी से आपके ब्लॉग को पढ़ सकते हैं। Google को भी यही चाहिए, यदि उपयोगकर्ता आपके ब्लॉग से खुश है तो Google आपके ब्लॉग को रैंक करेगा।
इसलिए ब्लॉग को ज्यादा चमक – धमक बनाने के बजाय सरल रखें। हमेशा कोशिस करें कि अधिक विज्ञापन, पॉप-अप विंडो, अनुपयोगी सीएसएस आदि ब्लॉग में न लगाएं। जब आप ब्लॉग को डिजाईन करें तो ब्लॉग को साइलो स्ट्रक्चर बनायें।
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12 – वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाया गया है
आज के समय में अधिकतर लोग मोबाइल से ही इन्टरनेट एक्सेस करते हैं और ब्लॉग को भी मोबाइल से ही पढ़ते हैं. इसलिए ब्लॉग का मोबाइल फ्रेंडली होना बहुत आवश्यक है.
ब्लॉग को मोबाइल फ्रेंडली के साथ – साथ Responsive होना भी जरुरी है, Responsive का मतलब है कि ब्लॉग सभी स्क्रीन पर सही तरीके से खुल सके. क्योंकि अगल – अलग कंपनियों के मोबाइल का स्क्रीन साइज़ भी अलग – अलग होता है और कई लोग टेबलेट से भी इन्टरनेट इस्तेमाल करते हैं.
अगर आपका ब्लॉग वर्डप्रेस पर है तो ब्लॉग को responsive और mobile friendly बनाने के लिए अनेक सारे थीम मौजूद हैं.
आप Generatepress का इस्तेमाल कर सकते हैं, यह Responsive होने के साथ Lightweight भी है जो आपके ब्लॉग की स्पीड को भी बढाती है. काफी सारे ब्लॉगर इसी थीम का इस्तेमाल अपने ब्लॉग पर करते हैं. हम भी अपनी वेबसाइट में Generatepess का इस्तेमाल कर रहे हैं.
आपका ब्लॉग मोबाइल फ्रेंडली है या नहीं यह Check करने के लिए आप गूगल के ऑफिसियल Mobile Friendly Tool का इस्तेमाल कर सकते हैं.
13 – Schema Data का इस्तेमाल करें
अगर आप एक नए ब्लॉगर हैं तो शायद ही आपको Schema Data के बारे में जानकारी होगी. Schema Data जिसे कि Schema Markup या Rich Snippet के रूप में भी जाना जाता है, यह ब्लॉग पोस्ट का एक माइक्रो डेटा होता है जो सम्पूर्ण पोस्ट से जुडी जानकारी को सर्च रिजल्ट में ही दिखा देता है.
अगर आप अपने पोस्ट में Schema Data का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपके ब्लॉग के रैंक होने की संभावना बढ़ जाती है. आप अपने ब्लॉग पोस्ट के अनुसार How to, Table, FAQ, Review आदि Schema Data का इस्तेमाल कर सकते हैं. वर्डप्रेस में आपको अनेक सारे प्लगइन मिल जाते हैं जिनके द्वारा आप Schema Data लगा सकते हैं.
14 – ब्लॉग के Technical SEO को सही रखें
ब्लॉग को गूगल पर रैंक के लिए ब्लॉग का तकनीकी SEO भी सही होना चाहिए। अगर आपके ब्लॉग में कोई तकनीकी त्रुटि होती है तो इस कारण से भी आपका ब्लॉग रैंक नहीं करता है।
ब्लॉग का तकनीकी SEO सही रखने के लिए आप महीने में कम से कम 2 बार अपनी वेबसाइट का SEO ऑडिट ज़रूर करें। अगर आपको टेक्निकल एसईओ की पूरी चेकलिस्ट चाहिए तो आप हमारे ब्लॉग के टेक्निकल एसईओ क्या है वाले आर्टिकल को देखें। टेक्निकल SEO में आप निम्नलिखित कुछ बातों का ध्यान रखें।
ब्लॉग में ब्रोकन लिंक फिक्स करें
ब्लॉग में एसएसएल सर्टिफिकेट इनस्टॉल करें
कैननिकल टैग बनायें
Robots.txt फ़ाइल बनायें
404 पेज को रीडायरेक्ट करें
साइटमैप बनायें
15 - नियमित रूप से पोस्ट करें
ब्लॉग को शेखी के लिए आप नियमित रूप से अपने ब्लॉग में नए-नए पोस्ट प्रकाशित भी करते हैं। अगर आप किसी पोस्ट को लिख कर बैठेंगे और सोचेंगे कि आपका यह पोस्ट रैंक होगा तो ऐसा नहीं होने वाला है। जब आप नियमित रूप से पोस्ट प्रकाशित करते हैं तभी आपके ब्लॉग की जानकारी बढ़ती है साथ ही आपके ब्लॉग का क्रॉल बजट भी बढ़ता जाता है।
क्रॉल बजट बढ़ने से मकड़ियों के क्रॉलर आपके ब्लॉग पर अधिक समय देते हैं और आपके अधिक से अधिक पोस्ट को बोस्टन करते हैं। इसलिए नियमित रूप से एक शेड्यूल में पोस्ट प्रकाशित करें।
16 - पुराने पोस्ट को अपडेट करें
आप नई पोस्ट को प्रकाशित करने के साथ-साथ पुरानी पोस्ट को भी अपडेट करते रहें। और जब आप पोस्ट को सूचित करते हैं तो उसकी तिथि को भी बदल दें। पुराने पोस्ट को अपडेट करने से आपका कोई भी पोस्ट आउटडेट नहीं रहता है, और गूगल भी आपके ब्लॉग पोस्ट को रैंक करता है।
17- गांभीर्य रखें
अगर आप इन सभी तरीकों को फॉलो करते हैं तो इसके बाद भी आपको कम से कम 6 महीने तक गांभीर्य रखना है, क्योंकि Google Sandbox प्रभाव के कारण नए ब्लॉग जल्दी रैंक नहीं करते हैं। एक नए ब्लॉग को रैंक करने में 3 से 6 महीने का समय लगता है, वो भी अगर आपके काम में आवेदन करता है तो, इसलिए ब्लॉगिंग में धैर्य रखना बहुत जरूरी है।
FAQ: ब्लॉग को रैंक कैसे करें
Q – एक नए ब्लॉग को रैंक होने में कितना समय लगता है?
अगर कोई नया ब्लॉगर हैं और आप नियमित रूप से अपने ब्लॉग में काम करते हैं तो आपको ब्लॉग को रैंक करने में 6 महीने से लेकर 1 साल तक का समय लग जाता है।
Q – ब्लॉग को Google के #1 पेज पर रैंक कैसे करें?
हमने इस लेख में आपको 15 से भी अधिक तरीके बताए हैं जिनके द्वारा आप अपने ब्लॉग को Google के पहले पेज में रैंक करवा सकते हैं।
अंतिम शब्द: Blog Ko Rank Kaise Kare हिंदी में
आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया है कि Blog को रैंक कैसे करें। यह सारे टिप्स मैंने गहन विश्लेषण और अपने गहनों के आधार पर आपको बताए हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि यदि आप लेख में बताए गए तरीकों को अपने ब्लॉग पर लागू करते हैं तो आपका ब्लॉग भी निश्चित रूप से रैंक करेगा।
इस लेख में इतना ही, आशा करता हूँ कि आपको यह लेख पसंद आया होगा, इस लेख को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर शेयर करें और अगर आपका कोई प्रश्न है तो हमें कमेंट बॉक्स में बताएं
पोस्ट को पूरा पड़ने का लिए धन्यवाद
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